संदेश

अगस्त 30, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कलाकृतियों को सम्भालने कि जरुरत

कलाकृतियों को सम्भालने कि जरुर चित्र चाहे कैनवास पर हो या कागज पर हो । चाहे वह ऑयल कलर्स हो या जलरंगों , एक्रिलिक , पैस्टल से बना हो या चारकोल , पेंसिल से , उसे कई प्रकार से सुरक्षित रखने की जरूरत होती है। उसे छूने की मनाही होती है। जरूरत केअनुसार उसे फ्रेम में बांधा जाता है। धूप - पानी हवा से बचाया जाता है। तेजबल्बों की रोशनी से दूर रखा जाता है। उसे दीवार पर सही तरीके से टांगा जाताहै । यह सारी सावधानी बरतनी चाहिए। इस सावधानी का नतीजा यह होगा कि हम आठ या नौ शताब्दी तक कलाकृतियों को सुरक्षित देख पा रहे हैं । अगर यह सावधानी नही बरती गई , तो वहां हजारों की संख्या में कलाकृतियां नष्ट होगयी हैं। आज परिवेश में इन्हें सुरक्षित रखने से ही कला-संग्रहालयों की स्थापना हुई है। कला प्रेमियों ने चित्रों की प्रदर्शनी के बारे में सोचा है। कलाकारों औरशोधकर्ताओं ने इस पर बाकायदा काम किया है , की किस विधि से , कौन - सी सामग्री बरती जाए कि चित्र लंबे समय तक दीर्घायु रहे। वह कलाकार के जाने केबाद भी हजारों वर्षों तक जीवित रहें। अब तो कलाकृतियों को एक विशेषज्ञता वाला कोर्स बन चुका है। इन सभी कलाकृतियो...