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संचार शोध

संचार शोध  संचार शोध में जिन संचार शास्त्री या प्रतिरूपों से मदद ली जाती है,उनमें बिल्वर श्रेम प्रमुख सिंद्धान्तकार हैं। बिल्वर श्रेम ने 1964 मास मीडिया एंड नेशनल डेवलोपमेन्ट में 1977 में बिग इंडिया और लिटिल मीडिया में भारत के विकास को सामने रखकर जनसंचार माध्यमों की विकास मूलक भूमिका को एक मुक्कमल आधार दिया। हमारे यहां भूमिका की लेकर बहस होती रहीं है और शोध भी, नेहरू ने अपनी पुस्तक डिस्कवरी ऑफ इंडिया में अपनी व्यक्तिगत विचार व्यक्त की है।और उन विचार पर बहुत से शोध किये गए हैं। तकनीक के विकास मूलक उपयोग और रचनात्मक विकास का सवाल भी मूलतः संचार माध्यमों से विचार मूलक शब्द जुड़ा हुआ है। भारत में रेडियो और टेलीविजन को लेकर दो विचार रहे हैं।एक के अनुसार  ये माध्यम शिक्षा और मनोरंजन के माध्यम हैं।दूसरे के अनुसार  रेडियो और टेलीविजन का विकास फालतू का विकास है। बिल्वर श्रेम ने रेडियो और टेलीविजन की विकास मूलक भूमिका सबसे पहले भारत को ही अपना उदाहरण बनाया।अगर हम बिल्वर श्रेम जैसे संचारकों को आधार माने तो संचार के क्षेत्र में क्या प्रश्न बन सकते हैं । शोध प्रश्न 1. किसी समाज में...