संस्कृति आदान-प्रदान में मीडिया की भूमिका
संस्कृति आदान-प्रदान में मीडिया की भूमिका हमारा देश आज संक्रमण के दौर से गुजर रहा है । वैश्वीकरण ने एक ओर अमरीकी डालर का तथा दूसरी ओर अंग्रेजी भाषा का महत्व बढ़ा दिया है । चूंकि हमारी शिक्षा में मानसिक परिपक्वता को स्थान नहीं है , अत : हम एक प्रवाह में पड़ गए । आंखें मूंदकर चले ही जा रहे हैं । अच्छे - बुरे अथवा उपादेय एवं हेय का भेद करना भूल गए । शिक्षित समाज धीरे - धीरे भारतीय संस्कृति से और स्वयं अपनी आत्मा से दूर होता जा रहा है । अभी इनकी संख्या बहुत कम है , किन्तु इनका झुकाव अंग्रेजी संस्कृति एवं जीवन दर्शन की ओर दिखाई पड़ता है । ये ही लोग देश के नीति - निर्माता भी हैं । परिणाम यह होता है कि जब भी कोई नीति संस्कृति में बदलाव की बात कहती है , तब टकराव की एक स्थिति बन जाती है । अधिकांश देशवासी मूल अवधारणाओं में बदलाव नहीं चाहते । नई संस्कृति इन मर्यादाओं को तोड़ती हुई ...